परिचय

            हिन्दी साहित्य संगम मुरादाबाद की प्राचीनतम हिन्दी साहित्य सेवी संस्थाओं में से एक है। हिन्दी साहित्य संगम की स्थापना हिन्दी भाषा से विशेष लगाव रखने वाले और हिन्दी भाषा उत्थान को समर्पित स्व० श्री राजेंद्र मोहन शर्मा 'श्रृंग' जी ने सन 1960 ई० में की थी। वे रेलवे विभाग में कार्यरत थे और अपना सम्पूर्ण कार्य हिन्दी में ही करते थे। हिन्दी में विभागीय कार्य करने के कारण कई बार इनको निलम्बित किए जाने की मौखिक धमकियाँ भी दी गई, परन्तु वे अपना कार्य हिन्दी में ही करते रहे। अपने जीवनकाल में श्री राजेंद्र मोहन शर्मा 'श्रृंग' जी संस्था के संस्थापक अध्यक्ष रहे। उनकी मृत्यु के बाद श्री रामदत्त द्विवेदी जी को संस्था का अध्यक्ष बनाया गया है। 


              हिन्दी साहित्य संगम की मासिक कवि गोष्ठी एवं विचार गोष्ठी प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को आयोजित की जाती है। यह क्रम पिछले पचास से अधिक वर्षों से जारी है। समय-समय पर हिन्दी साहित्य संगम द्वारा सम्मान समारोह एवं लोकार्पण समारोह भी आयोजित किए जाते रहते हैं। संस्था नवीन रचनाकारों को प्रकाश में लाकर उनके रचनाकर्म में परिमार्जन हेतु सहयोग करती रहती है। मुरादाबाद के एक दर्जन से अधिक ऐसे प्रसिद्ध साहित्यकार हुए हैं, जिन्होंने सर्वप्रथम अपना काव्यपाठ हिन्दी साहित्य संगम की कवि-गोष्ठी में ही किया है। 

हिन्दी साहित्य संगम से जुड़े प्रमुख व्यक्तित्व 

-: संस्थापक :-

स्व० श्री राजेंद्र मोहन शर्मा 'श्रृंग'
-: अध्यक्ष :-

श्री रामदत्त द्विवेदी

-: महासचिव :-

श्री जितेन्द्र कुमार 'जौली '

-: कार्यकारी महासचिव :-

श्री राजीव 'प्रखर'

-: सचिव :-

श्री योगेन्द्र वर्मा 'व्योम'

-: कोषाध्यक्ष :-

श्री  क्षेत्रपाल सिंह 'सरल'

-: प्रचार मंत्री :-

श्री प्रदीप शर्मा 'विरल'